शरीर द्रव एवं परिसंचरण (Body, Liquid and Circulation)

रक्त (Blood)

रक्त कोशिका (Blood Cell): 45% - 50%
प्लाज्मा (Plasma) : 50% - 55%

Blood group is discovered by land steiner blood में दो प्रकार के प्रोटीन पाए जाते है जो एक - दूसरे से अलग - अलग किस्म के होते है यानि अलग - अलग प्रकृति के होते है। इस protein के Antigen या Antibody कहते है। Antigent R.B.C पर रहता है जबकि Antibody plasma में पाया जाता है। Antigen भी दो प्रकार के होते है:

  1. Antigen - A
  2. Antibody - B

यदि किसी व्यक्ति के RBC में Antigen A पाया जाता है, तो उसे plasma में Antibody - B होगा।
रक्त को चार समूह (Group) में विभाजित किया गया है।

  1. A
  2. B
  3. AB
  4. O
  5. रक्त समूह (Blood Group) O में किसी भी प्रकार का Antigen नहीं पाया जाता है इसलिए इस समूह वाले व्यक्ति का रक्त किसी को भी दिया जा सकता है इसलिए इसे सर्वदाता (universal donar) कहा जाता है। परंतु रक्त समूह AB में Antibody नहीं पाया जाता है जिससे कि यह व्यक्ति किसी भी व्यक्ति का रक्त समूह ले सकता है। इसलिए इसे सर्वग्राही (Universal Accceptor) कहा जाता है परंतु यह व्यक्ति सिर्फ AB समूह वाले व्यक्ति को ही Blood donote कर सकता है।

    Rh - factor

    Rh - factor की खोज लैंड स्टीमर और वियोनेरिन 1940 ने की थी।
    जब Rhesus monkey के blood को Gined pig में inject किया जाता है। जब Guined pig एक Antibody का निर्माण करता है जो कि Rhesus monkey के सभी Red Cell को जमा देता है या धक्का बना देता है। यह सूचित (indicate) करता है कि Monkey का Red Cell एक Special type का Antigen रखता है। इसे ही Antigen Rh कहा जाता है। जब मनुष्य रक्त (Human Blood) को इस Guine pig के serum से मिलाया जाता है तो कुछ व्यक्ति का blood धक्का (Clump) के रूप में आ जाता है जबकि कुछ व्यक्ति का अप्रभावित (uneffeated) रहता है। इससे यह साबित होता है कि कुछ व्यक्ति Rh Antigen के रूप में Blood रखता है जबकि कुछ व्यक्ति का blood cell में Rhesus monkey का Blood inject कराया जाता है तो उस व्यक्ति का serum इसके विरुद्ध Antibody का निर्माण करता है और उसे जमा देता है। इससे यह साबित होता है कि उस व्यक्ति के blood में Rh - factor है उस व्यक्ति के blood को Rh+ से निर्देशित किया गया है। अगर Antirhesus blood को दूसरे व्यक्ति के blood में inject कराया जाता है। लेकिन उसका blood antirhesus blood से प्रतिक्रिया (Reaction) नहीं करता है अर्थात् नहीं जमता है तो इससे यह साबित होता है कि उस व्यक्ति के blood में Rh - factor absent है तब इस मनुष्य के blood को Rh - से सूचित किया जाता है
    Case - I
    अगर Rh+ male और Rh- female के बीच marriage होता है तो इससे जो Embryo बनता है उसमें Rh+ पाया जाता है इस case में Rh- Antigen ऑफ foetal membrane से cross करता है तथा female के blood-circulation में पहुँच जाता है जहाँ कि वह Another blood को Rh - production के लिए उत्प्रेरित करता है। जब यह Antibody पुन: वापस foetal membrane से cross कार Again embryo में पहुँचता है और embryo के Antibody से मिलकर जम जाता है। लेकिन यह cross सिर्फ first pregnancy में नहीं होता है तथा उसके बाद के pregnancy में Aggneation होने से बच्चा मर जाता है। इसलिए Rh+ male तथा Rh - female के बीच marriage प्रतिबंध (restricted) है।

    • रक्त एक तरल संयोजी उत्तक है।
    • रक्त ऑक्सीजन और कार्बनडाईऑक्साइड का परिवहन करता है। रक्त ग्लूकोज का परिवहन करता है।
    • हमारे शरीर में थ्रेम्बीन पाया जाता है यदि कोई अंग कट जाता है तो थ्रेम्बीन वायु से अभिक्रिया करता है तो प्रोथ्रोम्बीन का निर्माण होता है जो जाल बना देता है और रक्त का थक्का बन जाता है।

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Biology Notes (Hindi)